जयपुर। जवाहर कला केन्द्र की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित किए जा रहे वार्षिक लोक उत्सव लोक रंग में इस बार भारत की लोक संस्कृतियों का समागम देखने को मिलेगा। 24 अक्टूबर से केन्द्र के मुक्ताकाश मंच मध्यवर्ती में कश्मीर से कन्याकुमारी तथा पूर्वोत्तर से लेकर पश्चिमी राजस्थान तक के लोक कलाकारों की गीत-संगीत, नृत्य व लोकवाद्यों पर प्रस्तुति होगी। इसके अलावा जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में दस दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला भी लगाया जाएगा, जिसमें देश के विभिन्न अंचलों के हस्तशिल्पियों के बनाए उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके लिए केन्द्र परिसर में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। लोकरंग के अन्तर्गत होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पश्चिमी राजस्थान का आंगी गैर, बृज अंचल का मयूर नृत्य, शेखावाटी का गींदड़ नृत्य शामिल है, वहीं इस बार पंजाब का भांगड़ा व गिद्दा, असम का बीहू, गुजरात का डांडिया, दक्षिण भारत के मोहिनीअट्टम,कर्नाटक का भरतनाट्यम, केरल का कथकली आदि नृत्यों के माध्यम से शहरवासियों का मनोरंजन किया जाएगा।