जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि शिक्षकों के तबादलों से जुड़ी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में तबादला नीति बननी चाहिए। जिससे शिक्षकों को तबादलों के सम्बंध में आने वाली समस्याओं से निजात मिल सके। मुख्यमंत्री रविवार को शिक्षा संकुल परिसर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के प्रस्तावित उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र के नवीन भवन के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने बोर्ड के उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि समानीकरण और एकीकरण से शिक्षकों को परेशानी भी हो सकती है, इसलिए ऎसी नीति बनाई जाए जिससे इस समस्या का समाधान हो सके। उन्होंने तबादला सम्बंधी परेशानी को दूर करने के लिए शिक्षकों की काउंसलिंग करने और 5 सुझाव मांगने और 50 हजार शिक्षकों व अन्य विभागों में 7 हजार पदों पर नियुक्ति की बात भी कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि यह बोर्ड का विघटन नहीं है। बोर्ड का एक भी कर्मचारी बाहर नहीं जाएगा, प्रदेश में जहां कहीं भी केन्द्र स्थापित किए जाएंगे, वहां नई भर्तियां की जाएंगी। उन्होंने शिक्षा विभाग के 4 लाख कर्मचारियों से दस-दस पेड़ लगाने का आह्वान किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शिक्षा राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया थे।
इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में विद्यार्थी सेवा केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। जहां से विद्यार्थी डुप्लीकेट डाक्यूमेंट ले सकेंगे। समारोह में आयुक्त सर्व शिक्षा अभियान वीनू गुप्ता, निदेशक माध्यमिक शिक्षा भास्कर.ए.सावंत, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा एस.एस.बिस्सा सहित कई विधायक, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।